नई दिल्ली। इश्क, प्यार और मोहब्बत हमारी ज़िंदगी का एक ऐसा सच है जिसके बारे में हम कितना भी चाहे, लेकिन उसे छुपा नहीं सकते हैं। हम कितनी भी कोशिश करें फिर भी उसे नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। जैसे इंसान के लिए हवा-पानी जरुरी है वैसे ही उस की जिंदगी में प्यार-रोमांस और सेक्स की जरुरत होती है। इस बात झूठलाना इंसान के वश में नहीं है।
अलग-अलग लोग सेक्स के लिए अलग-अलग शब्दों का चयन करते है, लेकिन सबका मकसद एक ही होता है। इंसान के लिए सेक्स का मतलब न सिर्फ़ शारीरिक बल्कि आत्मिक संतुष्टि भी है। ऐसे में दुनियाभर के देशों को सेक्सुअल सैटिस्फैक्शन के हिसाब ने रैंकिन दी गई है। पूरी दुनिया के अलग-अलग देशों में काम करने वाली संस्था alternet ने सर्वे के बाद 12 देशों का चयन किया है जो सेक्सुअल सैटिफैक्शन के मामले में अव्वल है।
जाने कौन-कौन से हैं वो देश....
चीन ही वो देश है जो पूरी दुनिया में जनसंख्या के मामले में अव्ववल है। इतना ही नहीं पूरी दुनिया में बनने वाले सेक्स टॉय में से 70% चीन में बनते हैं। ऐसे में कहना मुश्किल नहीं कि चीन में जोड़े अपने सेक्सुअल लाइफ से संतुष्ठ हैं।
सेक्स सैटिस्फैक्शन की रैंकिग शरीर से आने वाली दुर्गंध की वजह से जर्मनी को सबसे खराब कपल का दर्जा मिला है, लेकिन बावजूद इसके वे सेक्सुअली काफ़ी सैटिस्फाइड दिखते हैं। यहां 32% लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि उनके वन-नाइट स्टैड में सबसे संतुष्ट रहे हैं। सेक्स सैटिस्फैक्शन की रैंकिग सेक्सुअल सेटिफैक्शन में नाइजीरिया को पूरी दुनिया में 10वां स्थान मिला है, लेकिन कंडोम बनाने वाली कंपनियों ने इसे नबंर वन का दर्जा दिया है। यहां की 67% जनता खुद को इस दायरे की भीतर मानती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि ऑस्ट्रेलिया में कपल सड़कों पर भी सेक्स करने से गुरेज नहीं करते हैं। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले मर्दों की औसत तौर पर 25 पार्टनर्स रही । सेक्स सैटिस्फैक्शन की रैंकिग भारत भले ही कामसूत्र की धरती मानी जाती हो, लेकिन सेक्सुअल सैटिफैक्शन के मामले में इसका नबंर 8 वां स्थान है। पहली बार सेक्स करने के मामले में भारतीय की औसत आयु 22 वर्ष है। लगभग 61% भारतीयों ने स्वीकारा है कि वे सेक्सुअली सेटिस्फाइड हैं। सेक्स सैटिस्फैक्शन की रैंकिग ये देश सेक्स एजुकेशन पर विशेष ध्यान देता है जिसकी वजह से इसे दुनिया के दूसरे सबसे सेक्सुअली सेटिस्फाइड देश का दर्जा हासिल है।
यहां की सेक्स एजुकेशन पॉलिसी बेहतरीन है। ऐम्सटरडम को यूरोप के सेक्स कैपिटल के तौर पर जाना जाता है। सेक्स सैटिस्फैक्शन की रैंकिग ये देश पूरी दुनिया के सबसे ख़ुशनुमा लोगों में शुमार किया जाता है और इसकी एक बड़ी वजह है कि वे सेक्स पर खुले रूप से डिस्कस करते हैं।
ये देश फुटबॉल के साथ-साथ अपने सेक्सुअल लाइफ के लिए भी जाना जाता है। ये दुनिया के ऐसे देशों में सामिल हैं जो सबसे कम उम्र में वर्जिनिटी लूज कर देते हैं।
यहां दुनिया के सबसे जबरदस्त प्रेमियों का ठिकाना होता है। इटली के 64% लोग अपनी सेक्स लाइफ से खुश है। सेक्स सैटिस्फैक्शन की रैंकिग यहां के लोग सेक्सी होते हैं और सबसे अच्छी बात है कि वे इस बात को जानते हैं.। स्पेन के 90% महिलाओं और पुरुषों ने ख़ुद के सेक्सुअली सैटिस्फाइड होने की बात स्वीकारी है।
स्विटजरलैंड में प्राथमिक शिक्षा के दौरान सेक्स एजुकेशन की क्लासेज होती है। यहां की सबसे अच्छी चीज़ यहां के टीन एज बर्थ रेट का दुनिया में सबसे कम होना है। यहां 32% लोगों ने खुले में सेक्स करना स्वीकार किया है।






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